प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में सबके मंत्रालय बंट चुके हैं. इनमें 'ओडिशा के मोदी' नाम से मशहूर प्रताप चंद्र सारंगी को कौन से मंत्रालय में कौन सा काम मिलेगा, सबको यह जानने की उत्सुकता थी. यह उत्सुकता तब और बढ़ गई थी जब राष्ट्रपति भवन में मौजूद आठ हज़ार लोगों ने 64 साल के इस बुज़ुर्ग का ज़ोरदार तरीके से अभिवादन किया. असल में पीएम मोदी के बाद जिस मंत्री के शपथ के दौरान सबसे ज्यादा तालियां बजीं, उनमें प्रताप चंद्र सारंगी सबसे ऊपर हैं.
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गृहमंत्री के तौर पर क्यों चुने गए अमित शाह?प्रताप चंद्र सारंगी को मिला दो मंत्रालयों का कामप्रताप चंद्र सारंगी को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में राज्य मंत्री, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय में राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा गया है.
सादगी के लिए मशहूर हैं प्रताप चंद्र सारंगीप्रताप चंद्र सारंगी के बारे में जो बातें सबसे ज्यादा मशहूर हैं, उनमें उनका साधारण कपड़े पहनना, बिखरे बाल, लंबी दाढ़ी, विनम्र, स्वतंत्र विचारों वाले राजनीतिक कार्यकर्ता सबसे ऊपर हैं. ओडिशा के बालासोर से पहली बार सांसद चुनकर आए हैं.
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प्रताप चंद्र सारंगी का इतिहाससारंगी का जन्म नीलिगिरी से सटे गोपीनाथपुर गांव के एक गरीब परिवार में 4 जनवरी 1955 में हुआ. मोदी की तरह सारंगी भी युवावस्था में संन्यासी बनने की राह पर निकल पड़े थे. एक बार एक टेलीविजन इंटरव्यू में सारंगी से पूछा गया था कि वह अविवाहित हैं या ब्रह्मचारी. उन्होंने तुरंत जवाब दिया अविवाहित लेकिन ब्रह्मचारी नहीं.
सारंगी ने ओडिशा बजरंग दल के अध्यक्ष के तौर पर भी काम किया है. उससे पहले वह राज्य में विश्व हिन्दू परिषद के एक वरिष्ठ सदस्य भी रहे हैं. चुनाव अभियान के दौरान चिटफंड घोटाला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे के साथ सारंगी ने घर-घर जाकर प्रचार किया. जिसकी वजह से वह एक कड़े मुकाबले में 12,956 वोटों से जीत गए.