प. बंगाल के दूसरे चरण में संवेदनशील बूथों पर चुनाव आयोग की कड़ी नजर
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में भाजपा का प्रतिनिधि मंडल ने दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मिल कर जब पश्चिम बंगाल के सभी बूथों को संवेदनशील घोषित करने की मांग की तो राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भड़क गईं।
मुख्यमंत्री ने भाजपा द्वारा सभी बूथों को संवेदनशील घोषित करने की मांग को बंगाल का अपमान बताया। इस मुद्दे पर प्रदेश भाजपा और सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के नेता आमने-सामने आ गए थे और राजनीतिक टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी। अतत: चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में संवेदनशील बूथों को लेकर गंभीरता दिखाई है।
राज्य में प्रथम चरण के मतदान में कहीं-कहीं धांधली और गड़बड़ी की शिकायतें मिलने के बाद चुनाव आयोग 18 अप्रैल को दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी और रायगंज में होने वाले दूसरे चरण के मतदान को लेकर हरकत में आया है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक तीनों लोकसभा क्षेत्रों में 80 प्रतिशत बूथों को अति संवेदनशील के रूप में चिन्हित कर लिया गया है।