
चुनावी वादों से जम्मू-कश्मीर का सिख समुदाय आहत, नहीं हुआ मुद्दों का समाधान
जम्मू कश्मीर में उपेक्षित महसूस कर रहा सिख समुदाय संसदीय चुनाव को लेकर उत्साहित नहीं है। इसका कारण डेढ़ दशक में जो भी सरकार आई, चाहे केंद्र की हो या राज्य की, सिख समुदाय के मुद्दों का समाधान नहीं हुआ। समुदाय मानता है कि उनकी मांगों पर कोई गंभीर नहीं रहा। सिर्फ वादे ही किए।
जम्मू संभाग की जम्मू- पुंछ संसदीय सीट ऐसी है जिसमें सिख समुदाय का वोटर दो लाख अस्सी हजार है। यह वोट विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में हैं। इस सीट में 20 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें आठ विधानसभा सीटें ऐसी हैं जिसमें सिखों की जनंसख्या अधिक है। इसमें जम्मू शहर का गांधी नगर विधानसभा क्षेत्र, विजयपुर, सांबा, सुचेतगढ़, आरएसपुरा, मढ़, नौशहरा और पुंछ शामिल है।
जम्मू संभाग की जम्मू- पुंछ संसदीय सीट ऐसी है जिसमें सिख समुदाय का वोटर दो लाख अस्सी हजार है। यह वोट विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में हैं। इस सीट में 20 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें आठ विधानसभा सीटें ऐसी हैं जिसमें सिखों की जनंसख्या अधिक है। इसमें जम्मू शहर का गांधी नगर विधानसभा क्षेत्र, विजयपुर, सांबा, सुचेतगढ़, आरएसपुरा, मढ़, नौशहरा और पुंछ शामिल है।
