अनाज मंडी में लगी आग से मरे मजदूरों के परिवार और अन्य मजदूर लगातार सरकार से इंसाफ माँगने के लिए प्रदर्शन कर रहे है।अब अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री निवास पर विरोध प्रदर्शन किया। राजधानी दिल्ली में आज मजदूरों की ये हालत है कि वो या तो भूख से मर रहे हैं या सीवर और फैक्ट्री के अंदर जहरीली गैस और आगजनी से मर रहे हैं।और तो और संसद में बैठकर जिस तरह श्रम कानूनों को ख़त्म किया गया है उसका ही नतीजा है कि आज खुलेआम मालिकों को यह छूट मिल रही है कि वो बिना किसी क्लियरेंस के फैक्ट्री चलाएं और ऐसे ही कानूनों की धज्जियाँ उड़ाते फिरे।
आखिर सरकार के जागाने के लिए कितने मज़दूरों को अपनी जान गंवानी पड़ेंगी ?