कमलनाथ सरकार की लापरवाही का जीता जगता सबूत है इंदौर आई हॉस्पिटल का मामला। जहाँ मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान 15 लोगों ने अपनी आँखे खो दी। पर हद तो ये है कि हादसे के 12 दिन बाद भी दोषी डॉक्टर और प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। कमलनाथ जी अपनी सरकार बचाने से अगर आपको फुर्सत मिल जाये तो इन लोगों के बारे में भी सोच लीजियेगा। जनता ही आपको कुर्सी पर बैठाती है।