मैंने नागदा शहर के सरकारी स्कूलों की हालत में अभी तक कोई सुधार नहीं देखा , फिर चाहे बीजेपी की सरकार रही हो या अब कांग्रेस की | माता -पिता अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल के अलावा कहीं और भेजने को तैयार ही नहीं है , जिसकी सबसे बड़ी वजह है सरकारी विद्यालयों की खस्ताहाल स्थिति | सरकारी विद्यालओं की आधारिक संरचना का ख्याल रखते हुए अध्यापकों के चयन का भी ध्यान रखना सरकार की जिम्मेदारी है | तभी तो आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवार के बच्चों को शिक्षित होने का मौका मिलेगा | नहीं तो 'पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया' सिर्फ नारा बनकर रह जायेगा | कमलनाथ जी अपनी सरकार बचाने के अलावा अपने प्रदेश के भविष्य पर भी ध्यान दीजिए |
• 0 Upvote
• 0 Downvote
• 0 Repost
54