पिछले साल विधानसभा चुनावों में अखिलेश यादव ने राहुल गांधी मतलब सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करके काफ़ी मज़ाक भी उड़वा लिया और हार भी गए। अब आने वाले लोकसभा चुनावों में मायावती से जुड़ने की बात कर रहे हैं। मतलब भैया कोई सिद्धांत, उसूल कुछ है कि नहीं?