मेघवाल ने राज्यपाल को घेरा, कहा- वे 70 साल की परंपरा को तोड़ रहे है

15वीं राजस्थान विधानसभा के सत्र को लेकर अध्यक्ष कैलाश मेघवाल और अशोक गहलोत सरकार के बीच विवाद गहराता जा रहा है । मेघवाल ने अब राज्यपाल कल्याण सिंह के फैसले को ही चुनौती दे दी है । मेघवाल ने कहा कि सरकार ने मेरी सलाह के बिना विधानसभा सत्र तय कर लिया और राज्यपाल ने इसे मंजूरी दे दी,जो गलत है।
राज्यपाल पर निशाना साधते हुए मेघवाल ने कहा कि वे खुद सैंवधानिक पद पर बैठे हुए है,फिर भी विधानसभा अध्यक्ष के सैंवधानिक पद की मर्यादा को खत्म करने का काम कर रहे है । मेघवाल ने कहा कि राज्यपाल ने सत्र बुलाने के मामले को व्यक्तिग प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया,ऐसा नहीं होना चाहिए । उन्होंने कहा कि जब मैने गलत ढंग से बुलाए जा रहे विधानसभा सत्र का साक्षी बनने से इंकार कर दिया तो राज्यपाल ने सचिव को बुलाकर दबाव में सत्र बुलाने की अधिसूचना जारी करवाई । राज्यपाल ने विधानसभा सचिव को नौकरी से निकालने की धमकी भी दी,अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में सचिव ने सत्र बुलाने की अधिसूचना जारी की है । राज्यपाल 70 साल की परंपरा को तोड़ रहे है ।

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