क्या इस राजा को ही मिलेगी छत्तीसगढ़ की गद्दी ?
आंकड़ों के हिसाब से छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस को बहुमत मिलता साफ दिख रहा है। लेकिन इसी कामयाबी के साथ जनता में उत्सुकता बढ़ती जा रही है कि आखिर कौन बनेगा मुख्यमंत्री ?
कांग्रेस एक तरफ बहुमत के आकड़े छूते नजर आ रही है। तो वही दूसरी तरफ इससे कहीं ना कहीं पार्टी में भी रार और नाराजगी के दौर की शुरुआत हो सकती है। मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में कांग्रेस के कई बड़े नेता खुद को प्रोजेक्ट करते आए हैं। इनमें चरणदास महंत, भूपेश बघेल जैसे नेता शामिल हैं। लेकिन कहा ये जा रहा है जिसकी दावेदारी सबसे मजबूत और जो राहुल गांधी का करीबी है वही गद्दी पर सवार होगा।
सारे गणित और गुणा के हिसाब से देखा जाए तो सबसे आगे और तेज दावेदारी सरगुजा महाराजा टी एस सिंह देव की चल रही है। कुशल नेतृत्व के धनी, संघर्षशील, जमीनी स्तर पर पकड़ और सबसे बड़ी बात राज घराने से आनेवाले टी एस सिंह देव कभी बड़बोलेपन के चलते चर्चे में नही रहे। सौम्य स्वभाव के टी एस सिंह देव पिछले कार्यकाल में नेताप्रतिपक्ष के भूमिका में बड़ी जिम्मेदारी सम्भालते दिखे।
इसके चलते उन्हें कांग्रेस के जन घोषणापत्र समिति का अध्यक्ष भी बनाया गया। समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए इन्होंने प्रदेश भर में जनता के बीच जा जाकर जन घोषणपत्र के लिए जनता से सुझाव मांग जनता को सन्देश दिया कि अबकी बार प्रदेश में जनता की सरकार बनेगी। वहीं चुनाव के दौरान टी एस सिंह देव निरन्तर रैलियां व जनसभाएं करते रहे। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गाँधीबसे लेकर नवजोत सिंह सिद्धू तक ने बड़ी जिम्मेदारी की बात कही अब शायद वह यही ज़िम्मेदारी ही सकती है।
यहाँ कमजोर साबित हो सकते हैं टी एस सिंह देव
देव राज घराने से आते हैं। प्रदेश में कांग्रेस नीचे तबकों और अनुसूचित जाति व जनजाति को साधने कर लिए कुर्मी समाज से नाता रखने वाले भूपेश बघेल जैसर नेता को तव्वजो दे सकती है।