शिकायत निस्तारण में लखनऊ को 49वां स्थान, अब अधिकारियों के लिए चिंता का सबब

डीएम ने अफसरों को अगले दस दिनों तक तहसीलों में ही ठहरने का फरमान यूं ही नहीं सुनाया है। जन शिकायत पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में वाकई अफसर दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
शासन द्वारा जारी नवंबर माह की रेटिंग तमाम अफसरों की लापरवाही बयां कर रही है। इसमें 75 जिलों में लखनऊ 49वें स्थान पर आया है। वहीं, बलरामपुर टॉप टेन में स्थान बनाने में कामयाब हुआ है। शासन द्वारा प्रत्येक माह आईजीआरएस पर दर्ज शिकायतों की समीक्षा की जाती है। शिकायतों के निस्तारण और योजनाओं के क्रियान्वयन के आधार पर रेटिंग दी जाती है।
नवंबर माह की रेटिंग में लखनऊ का नीचे आना शासन में बैठे अधिकारियों के लिए भी चिंता का सबब है। लखनऊ के अलावा सुलतानपुर तो 75 जिलों में 72वें नंबर पर आया है। हालांकि, बलरामपुर को सातवां स्थान मिला है। रायबरेली को 18वां स्थान हासिल हुआ है। सीतापुर ने कुछ प्रगति की है। सीतापुर नवंबर की रेटिंग में 41वें नंबर पर है। उन्नाव में बेहतर काम हुआ है। उन्नाव को 21वां स्थान मिला है। खीरी, अमेठी और हरदोई ने भी शिकायतों के निस्तारण में अच्छी प्रगति हासिल की है। हरदोई 12वें, अमेठी 14वें और खीरी 15वें स्थान पर है। अयोध्या 44वें, बहराइच 63वें स्थान पर है।

More videos

See All