आयोग में पुरानी शिकायतें निपटी नहीं और अब दो हजार नई शिकायतों का बढ़ा बोझ
राज्य में दोनों चरणों के मतदान शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुए, लेकिन प्रशासनिक व राजनीतिक शिकायतों ने निर्वाचन आयोग के सामने नई समस्या खड़ी कर दी है। दरअसल, 2013 में हुए विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान की कई शिकायतें पेंडिंग हैं और इस बार चुनाव के दौरान चार हजार से ज्यादा शिकायतें आ गईं।
इनमें आधी शिकायतों का निराकरण हो चुका है, लेकिन दो हजार शिकायतें अब भी पेंडिंग हैं। ज्यादातर शिकायतें कर्मचारियों से जुड़ी हैं, जिसमें विभागीय जांच चल रही है। आयोग ने दर्जनभर जिलों में पेंडिंग 28 विभागों से जुड़ी शिकायतों का प्रतिवेदन मंगाया है। आयोग का पूरा फोकस लोकसभा चुनाव से पहले शिकायतों का निराकरण करना है।