इनेलो में रारः अजय के तीखे प्रहारों से गरमाया सियासी माहौल, 'खुफिया नजरें' विधायकों पर

इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) पर काबिज होने के लिए इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के परिवार में चल रही उत्तराधिकार की जंग में उतर चुके राष्ट्रीय महासचिव अजय चौटाला पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ ही कार्यकर्ताओं को अपने पुत्र दुष्यंत के पक्ष में लामबंद करने में जुट गए हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि अब देखना है कि कौन पांडवों के साथ हैं और कौन कौरवों के साथ। राम रमी के दौरान भी अजय ने तेजा खेड़ा फार्म हाऊस से दूरी बनाए रखी। हालांकि अजय पुत्र दुष्यंत के साथ पास ही स्थित चौधरी देवी लाल के स्मृति स्थल गए, पर फार्म हाऊस में नहीं रुके। वहां अभय चौटाला राम रमी कार्यक्रम में मौजूद थे। अजय सिरसा स्थित अपने ही घर पर कार्यकर्ताओं से मिले।
उन्होंने जींद में 17 नवंबर को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। बैठक में कितने विधायक शामिल होंगे, इसका आकलन करने में अभय चौटाला का खेमा भी लगा है। पिता ओमप्रकाश चौटाला द्वारा अपने पुत्रों दुष्यंत और दिग्विजय को इनेलो से निष्कासित किए जाने से आहत अजय चौटाला जेल से बाहर आने के बाद जिस तरह फील्ड में उतर गए, उससे लगता है कि चौदह दिन की अवधि खत्म होने से पहले वह इस जंग का पटाक्षेप करके ही रहेंगे। दिल्ली से निकलने के बाद झज्जर, दादरी, हांसी, हिसार, सिरसा सहित कई शहरों में वर्करों की बैठक में अजय चौटाला ने कार्यकर्ताओं को 17 को जींद पहुंचने का निमंत्रण दिया। इस दौरान उनके संबोधन में आक्रामकता चरम पर थी।

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