हजारीबाग: पूर्व मंत्री योगेंद्र साव समेत 13 कोर्ट से रिहा, पुलिस पर पथराव और मारपीट का था आरोप

पूर्व मंत्री योगेंद्र साव समेत 13 लोगों को शुक्रवार को हज़ारीबाग़ एसडीजेएम कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए रिहा कर दिया है। सभी पर आरोप था कि गरसुल्ला में मंडा मेला के दौरान पुलिस जीप से एक बच्चे की मौत हो जाने पर आक्रोशित लोगों द्वारा हथियार से लैस होकर पुलिस पर मारपीट और पथराव किया गया था। हालांकि पूर्व मंत्री योगेंद्र साव इस कांड के नामजद अभियुक्त नहीं थे। अनुसंधान में लोगों को भडक़ाने के आरोप लगाते हुए अभियुक्त बना दिया गया था।
एसडीजेएम कोर्ट हजारीबाग ने लंबी सुनवाई के बाद सभी को संदेह का लाभ देते हुए रिहा कर दिया। कोर्ट का निर्णय आने के बाद पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने कहा कि न्यायालय लोगों के न्याय का अंतिम गढ़ है। शुरू से मुझे कोर्ट पर भरोसा रहा है आगे भी रहेगा। साजिश के तहत मुझे केस में फंसाने वालों पर पद का दुरुपयोग करने, आपराधिक साजिश करने और मानहानि का केस करेंगे।

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