सीट-शेयरिंग पर घमासान जारी, अब JDU ने बीजेपी के सामने रखी ये नई शर्त
एनडीए में बीजेपी सहित जेडीयू, एलजेपी, आरएलएसपी शामिल हैं. सबसे ज्यादा रार बीजेपी और जेडीयू में देखने को मिल रही है. जेडीयू ने 25 सीटों का दावा ठोंककर विवाद को हवा दी. प्रदेश के नेता एक दूसरे को दावों को काट रहे हैं. इसी बीच जेडीयू ने बीजेपी के सामने एक नई शर्त रख दी है.
जेडीयू का कहना है कि सीट बंटवारे के लिए 2015 के राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजों को आधार बनाया जाए. जेडीयू ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया था. हालांकि बीजेपी और उसकी दो सहयोगी पार्टियों - राम विलास पासवान की अगुवाई वाली एलजेपी और उपेंद्र कुशवाहा की अगुवाई वाली आरएलएसपी - की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जेडीयू की मांग पर सहमति के आसार न के बराबर हैं. लेकिन जेडीयू नेताओं का दावा है कि 2015 का विधानसभा चुनाव राज्य में सबसे ताजा शक्ति परीक्षण था और आम चुनावों के लिए सीट बंटवारे में इसके नतीजों की अनदेखी नहीं की जा सकती. जेडीयू के नेताओं ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि बीजेपी को यह सुनिश्चित करने के लिए आगे आना चाहिए कि सीट बंटवारे पर फैसला जल्द हो ताकि चुनावों के वक्त कोई गंभीर मतभेद पैदा न हो.