अपने आखिरी बयान में कहा था कि विधायक के भाई ने मुझे पीटा और उनके साथ आए पुलिसवाले देखते रहे. पप्पू ने बताया कि उनकी बेटी के साथ गैंगरेप हुआ जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस में की. पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई तो वे कोर्ट की शरण में पहुंचे. कोर्ट के आदेश पर पुलिस को मुकदमा लिखना पड़ा. विधायक कुलदीप सेंगर का भाई अतुल सेंगर लगातार मुकदमा वापस लेने के लिए पप्पू पर दवाब बना रहा था.