रोजगार की आस! कोरोना की रफ्तार सुस्त पड़ने के साथ ही 'परदेस' की ओर चले प्रवासी मजदूर

  • कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार सुस्त पड़ने लगी है, बिहार के प्रवासी मजदूर फिर से 'परदेस' की ओर जाने लगे हैं।
  • सरकार भले ही प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की बात कर रही हो लेकिन मजदूर फिर से बड़े शहरों की ओर जाने लगे हैं। 
  • बडे शहरों में बंद पडे काम धंधे अब धीरे-धीरे खुलने लगे हैं जिसके कारण ये फिर से काम की तलाश में वापस लौटने लगे हैं।
  • मजदूरों का कहना है कि वे जब लौटे थे तब उनकी सोच थी कि काम मिल जाएगा लेकिन यहां वैसा काम नहीं मिल रहे हैं। 
  • मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के अन्य जिलों में रहने वाले कुछ मजदूरों को उनके मिल मालिकों की ओर से ट्रेन का टिकट भी भेजा जा रहा है। 
यह भी पढ़े: 12 माह तक काम करवा कर मानदेय दिया 11 माह का- शिक्षा मित्रों ने सरकार से किया योगी सवाल 

More videos

See All