नज़रबंद नेताओं की रिहाई पर माधव ने कहा, “इसमें कोई शक नहीं कि जिस दिन ये नेता बाहर आएंगे, उस दिन निश्चित तौर पर प्रदर्शनों का नेतृत्व करेंगे। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ये प्रदर्शन लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण हों।”
वहीं राम माधव ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में ‘पॉलिटिकल स्पेस’ खोलने का फैसला केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन और केंद्र सरकार द्वारा मिलकर लिया जाएगा।