क्या दूसरी तिमाही में और खराब होंगे देश की अर्थव्यवस्था के हालात?
देश की बीमार पड़ चुकी अर्थव्यवस्था को आगे भी और झटके लगने के आसार जताए जा रहे हैं।
देश के दो बड़े बैंकों ने सितंबर में औद्योगिक उत्पादन उम्मीद से ज्यादा गिरने और सार्थक सुधार की संभावना कम होने चलते मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ घटकर 5% तक आ जाने का अनुमान दिया है।
बता दें कि वित्त वर्ष 2019 में GDP ग्रोथ 6.8% रही थी।
SBI ने अपनी रिपोर्ट में पूरे साल में जीडीपी ग्रोथ पांच पर्सेंट रहने का अनुमान दिया गया है, जो पहले 6.1% बताया गया था।
रिपोर्ट में रिजर्व बैंक की तरफ से दिसंबर के मॉनिटरी पॉलिसी रिव्यू में बड़े रेट कट होने का भी अनुमान लगाया गया है, लेकिन बैंक के हिसाब से RBI के लिए ऐसा करना सही नहीं होगा।