श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदारों व एसजीपीसी पदाधिकारियों ने इस प्रस्वाव को सिखों के मामलों में दखलअंदाजी बताया है।
जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने कहा कि महिलाओं को कीर्तन करने का अधिकार देने का मामला सिख कौम का अपना निजी मामला हैै। इस प्रस्ताव को पारित करना धर्म में राजनीति की दखलअंदाजी है।