हरियाणा विस सत्रः जाट आरक्षण आंदोलन पर सदन में नहीं थमी सियासत
14वीं हरियाणा विधानसभा के पहले सत्र में जाट आरक्षण पर सियासत गर्म रही. कांग्रेस और इनेलो ने सरकार पर दबाव बनाकर युवाओं की सहानुभूति बटोरने की पूरी कोशिश की है.
लेकिन सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी बढ़कर जवाब देते हुए कहा, “जाट समुदाय के युवाओं के ऊपर मामले कोर्ट में चल रहे हैं. कई मामले हाईकोर्ट में भी हैं, ऐसे में सदन में चर्चा नहीं की जा सकती.”
कांग्रेस विधायक डॉ. रघुबीर कादियान ने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की कोठी जलाने के आरोप में अनेक निर्दोष युवाओं को जेलों में बंद किया गया, लेकिन अब केस वापस लेकर युवाओं की रिहाई को सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
वहीं, जब अभय चौटाला इस मुद्दे पर चर्चा कराने पर अड़ गए तब स्पीकर ने साफ मना कर दिया जिसके बाद इनेलो विधायक चौटाला ने सदन से वाक आउट कर लिया.
अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि सहयोगी पार्टी जजपा जो जाट आरक्षण के मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार को पूर्व में निशाना बनाती थी, वह अब इस मुद्दे पर सदन में मूकदर्शक बनी हुई है.