शिवसेना के सख्त तेवर देख मुश्किल हो सकता है फडणवीस के लिए दूसरा कार्यकाल
महाराष्ट्र के चुनावी रण में मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन को एक बार फिर से शासन चलाने का मौका दिया है।
हालांकि, इस बार दोनों ही दलों को पिछले चुनाव के मुकाबले कम सीटें मिली हैं और शिवसेना से ज्यादा घाटा बीजेपी को हुआ है।
वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष भी मजबूत हुआ है।
अगर देवेंद्र फडणवीस को फिर से बीजेपी-शिवसेना गठबंधन सरकार को लीड करने का मौका मिलता है तो आलोचक सहयोगी की भूमिका निभाने वाली शिवसेना के साथ कार्यकाल आगे बढ़ाना उनके लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
इसकी बड़ी वजह शिवसेना का सख्त रुख भी है और पहले कार्यकाल में शिवसेना लगातार भाजपा की नीतियों की आलोचना करती रही है।