उन्होंने कहा, 'आज केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा बैंकों में धोखाधड़ी के मामलों की जांच से एक भय बना हुआ है. निजी बैंकों में सीवीसी की जांच नहीं होती. आज यह पूरे सिस्टम को पंगु बना रहा है.'
नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री ने कहा कि, देश में बैंकिंग संकट बहुत ही डरावना है. हमें बहुत सतर्क रहने की जरूरत है.