आरएसएस का संगठन भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों का कर रहा विरोध
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से कई संगठनों की गर्भनाल जुड़ी है.
आरएसएस के सभी संगठन आम तौर पर एक सुर में बोलते हैं और तालमेल के साथ काम करते हैं. लेकिन, कई बार रणनीतिक जरूरतों को देखते हुए ये संगठन अलग-अलग स्वर में बात करते हैं.
आरएसएस का संगठन होने के बावजूद, बीएमएस इस समय कई मुद्दों पर सरकार से अलग दिशा में चलता दिख रहा हैं.
केंद्र सरकार ने कोयला क्षेत्र को विदेशी निवेश के लिए पूरी तरह से खोल दिया लेकिन मजदूर संगठन इसका विरोध कर रहे हैं.
सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों को मिलाकर 4 बड़े बैंक बनाने का फैसला किया लेकिन इस फैसले का विरोध करते हुए बीएमएस ने कहा कि यह बैंकों के निजीकरण की तरफ बढ़ाया गया कदम है.