केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद के कारण होने वाले मानवाधिकारों के उल्लंघन से बढ़कर दूसरा कोई मामला नहीं हो सकता.
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के 26वें स्थापना दिवस पर कश्मीर में आतंकवाद का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि घाटी में आतंकवाद के कारण करीब 40 हजार लोगों की जान चली गई.
उन्होंने कहा, 'नक्सलवाद के कारण कई जिले विकास से वंचित रहे गए और कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया.
क्या उनके मानवाधिकार नहीं हैं? सबसे ज्यादा मानवाधिकारों का उल्लंघन उन लोगों का हुआ जिन्हें नक्सलवाद और आतंकवाद का दंश झेलना पड़ा.'
शाह ने एनएचआरसी और मानवाधिकार के क्षेत्र में काम करने वाले गैर-सरकारी संगठनों से मानवाधिकारों के प्रति सोच बदलने का आग्रह किया जिसमें देश की विविधताओं और चुनौतियों का समाधान हो सके