उन्होंने कहा कि यह संविधान विरोधी कृत्य है। जब सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मुद्दे पर सुनवाई हो रही है और जल्द ही फैसला आने की उम्मीद है तो इस पर बैठक करने का क्या मतलब है?
मोहसिन रजा ने कहा कि पर्सनल लॉ बोर्ड आतंकवाद समर्थक हैं, इनके जांच करवाई जाएगी कि आखिर इन्हें फंडिंग कौन कर रहा है.
इस बैठक में पदाधिकारी व कार्यकारिणी के सदस्य शामिल हुए हैं जिसमें कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है। बता दें कि कार्यकारिणी की बैठक नियमित अंतराल पर होती रहती है.
बैठक में जमीअत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी, मौलाना महमूद मदनी, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद, महासचिव मौलाना वली रहमानी, सचिव जफरयाब जिलानी, मौलाना नदवी, मौलाना अजीज सटकली व मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमान मौजूद हैं