दशहरे पर जख्म हुए ताजा, सीने का दर्द आंखों से निकला, सरकार और सिद्धू पर फूटा गुस्सा
एक साल पहले दशहरे के जश्न के दौरान हुए जौड़ा फाटक रेल हादसे के पीडि़तों का जख्म फिर ताजा हो गया. अपनों को खो चुके लोगों के सीने में दबा दर्द आंसू बन कर आंखों से निकल पड़ा.
रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर दशहरा देख रहे 59 लोग के ऊपर से पठानकोट से आई डीएमयू गुजर गई थी.
इस बार दशहरा पर पीडि़त परिवारों के लोग इंसाफ के लिए सड़क पर उतरे, पंजाब सरकार और पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के प्रति उनका गुस्सा फूट पड़ा.
सरकार को 22 अक्टूबर तक का समय दे रहे हैं, इस अवधि में पीडि़त परिवारों को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। साथ ही हादसे के कसूरवारों के खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए। इसके बाद धरना उठा लिया गया
जौड़ा फाटक हादसे के पीडि़त परिवारों ने पंजाब सरकार एवं स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ प्रदर्शन किया