बीजेपी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सत्ता के लिए शिवसेना ने बीजेपी के सामने सरेंडर कर दिया है.
महाराष्ट्र में बड़ा भाई कौन होगा? इस सवाल पर उद्धव ठाकरे का कहना था कि भाई का रिश्ता टिका रहे, उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है. उनके लिए कौन बड़ा कौन छोटा है, ये बातें महत्वपूण नहीं है.