जानकारों के अनुसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान ख़ान से पहली बार इस तरह शेख़ हसीना से बातचीत की है.
हाल में सालों में दोनों देशों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं. दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तर की बातचीत बीते चार सालों से बंद है और बीते एक साल से बांग्लादेश में पाकिस्तान के कोई राजदूत भी नहीं हैं.