सिद्धू ने मृतकों के परिवार गोद लेने का वादा किया था, लेकिन न राशन दिया, न आर्थिक मदद
19 अक्टूबर 2018 को दशहरे वाली शाम जौड़ा फाटक पर रेल हादसे के बाद पत्नी नवजोत कौर के सवालों में घिरने पर विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने मारे गए लोगों के परिवारों को ताउम्र गोद लेने वादा किया था.
मगर इसके 11 महीने बीतने के बाद भी उन्होंने किसी भी पीड़ित परिवार को गोद नहीं लिया. वादा करते वक्त सिद्धू ने इन परिवारों को आर्थिक मदद, घर के राशन और बच्चों की पढ़ाने का सारा खर्च उठाने की बात कही थी.
लेकिन तब से लेकर अब तक सिद्धू ने न किसी परिवार की वित्तीय सहायता की, न किसी को राशन दिया और न ही किसी के बच्चे की पढ़ाई का खर्च उठाया.
हादसे के 11 महीने बाद पीड़ित परिवारों के बच्ची की हालत ऐसी है कि कोई पैसों के अभाव में स्कूल नहीं जा पा रहा ताे कोई खुद काम करके शिक्षा का खर्च उठा रहा है.
यही नहीं कुछ के घरवाले उन्हें उधार उठाकर पढ़ा रहे हैं तो कुछ को उनकी रिश्तेदारों के रहम-ओ-कर्म पर जीना पड़ रहा है. कुछ परिवार तो ऐसे हैं, जाे कुछ महीने तो उधार पर राशन लेते रहे,