चुनाव आयोग ने शनिवार को महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं.
फिलहाल पार्टी के सामने बड़ी चुनौती अपने किले को बचाए रखने की होगी। लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की थी.
विपक्ष पहले ही लाचार नजर आ रहा था. माना जा रहा है कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 समाप्त करने के बाद आए बदलाव के चलते विपक्ष बेहद कमजोर हो चुका है.
2 राज्यों के विधानसभा चुनाव ऐसे समय पर हो रहे हैं, जब केंद्र सरकार ने हाल ही में अनुच्छेद 370 और तीन तलाक जैसे मुद्दों पर ऐतिहासिक फैसले लिए हैं.
पिछले कुछ समय में कांग्रेस में आपसी गुटबाजी, सत्ता को लेकर खींचतान, शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर असमंजस के चलते आम लोगों के बीच इनकी छवि और विश्वसनीयता काफी कम हुई है.