राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री के अलावा 18 पूर्व मुख्यमंत्रियों का इनकम टैक्स सरकारी खजाने से भरा जाता रहा है.
वित्त मंत्री ने फिजूलखर्ची रोकने की पहले करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस संबंध में चर्चा की थी. मुख्यमंत्री ने इस व्यवस्था को ख़त्म करने की मंजूरी दे दी है.