निर्मला सीतारमण गलत नहीं हैं, ओला और उबर कार की बिक्री को नुकसान पहुंचा सकते हैं

  • निर्मला सीतारामण का ओला-ऊबर वाले बयान पर भले मज़ाक उड़ाया जा रहा हो लेकिन उनकी इस बात में दम है कि ऐप-बेस्ड टैक्सी सेवाओं ने कारों की बिक्री पर असर डाला है.
     
  • ऊबर और ओला की टैक्सियां देश में रोज करीब 20 लाख फेरे लगा रही हैं. उस हिसाब से करीब 5 लाख लोग कार का मालिक बने बिना कार से सफर कर रहे हैं.

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  • इसमें मेट्रो और बस सेवा के को भी जोड़ दें तो अकेले दिल्ली में 65 लाख लोग इन सेवाओं का लाभ उठा रहे.
     
  •  कारों की मांग केवल ऐप-बेस्ड टैक्सियों के चलते ही नहीं घटी है. यह आर्थिक वृद्धि की घटी दर और वित्तीय क्षेत्र की खराब हालत के कारण भी कारों के फाइनेंस की उपलब्धता प्रभावित हुई है.

     
  • बता दें, निर्मला सीतारमण ने बयान दिया था कि मिलेनियल्स की प्राथमिकता टैक्सी एग्रीगेटर्स होने के कारण ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मंदी है.

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