जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने तेजस्वी यादव को संबोधित कर कहा है कि राजद सरकार में कई नरसंहार हुए.
इनमें 18 मार्च 1999 को जहानाबाद जिले का सेनारी, गया जिले के बारा गांव में 12 फरवरी 1992 को गया जिले के बारा गांव, 30 नवंबर-1 दिसंबर 1997 को लक्ष्मणपुर बाथे, 25 जनवरी 1999 को जहानाबाद जिले में शंकर बिगहा, 1996 में भोजपुर जिले के बथानी टोला, 16 जून 2000 को औरंगाबाद जिले के मियांपुर का नरसंहार शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के आंकड़ों के अनुसार लालू-राबड़ी शासनकाल में 1994 से 2005 के बीच पुलिस हिरासत में कुल 86 मौतें हुईं.
सिंह ने कहा कि जिसका खुद का शासन 'जंगलराज' के नाम से जाना जाता रहा हो वे दूसरे पर सवाल कैसे खड़ा कर सकता है? वैसे भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शासनकाल सुशासन के नाम से जाना जाता है. यह नाम बिहार के लोगों ने दिया है. नीतीश सरकार सुशासन की सरकार कही जाती है.