असम के ‘विदेशी’ जो डिटेंशन कैंप में हैं, एनआरसी से उनकी मुसीबतें ख़त्म नहीं होने वाली हैं
31 अगस्त को एनआरसी की लिस्ट जारी होने के बाद लगभग 19 लाख लोग 'बाहरी' साबित हो गए. उन लाखों लोगों को 'विदेशी' या 'संदिग्ध' नागरिक घोषित किया गया है. लेकिन इनमें से कई ऐसे भी हैं जो पिछले साल जुलाई में जारी हुई एनआरसी की लिस्ट में विदेशी थे, और वे डिटेंशन कैंप में कष्टदायक जीवन जीने को मजबूर थे. लेकिन नई सूची आने के बाद उनके भारतीय नागरिक होने पर मुहर लगी हैं. यह हमारे सिस्टम की दुर्दशा व खोखलेपन को दर्शाता है. इससे साफ पता चलता है कि एनआरसी की प्रक्रिया में कमियां कितनी गहरी हैं और कैसे इस जटिल प्रक्रिया ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी है. यह भी पढ़ें: 'ऐसे नेताओं की जरूरत है, जो प्रधानमंत्री से बिना डरे बात कर सकें'