मध्य प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह पर सीधे-सीधे कई आरोप लगाए। इतना ही नहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी तक को पत्र लिखकर दिग्विजय सिंह की शिकायत कर डाली। वहीं कुछ मंत्री और कुछ लोग ऐसे हैं जो अब दिग्विजय सिंह के सपोर्ट में आ गए हैं और उन्होंने डायरेक्ट और इनडायरेक्ट उमंग सिंगार पर हमला बोल दिया है।
पी.सी.शर्मा ने उमंग सिंघार पर बोला हमला...आज मध्य प्रदेश के जनसंपर्क और कानून मंत्री पीसी शर्मा ने उमंग सिंगार को जमकर आड़े हाथों लिया शर्मा ने कहा कि,'मैं समझता हूं कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस के अध्यक्ष है और मुख्यमंत्री है कमलनाथ, अगर सिंघार को आपत्ति है तो पहले उन्हें सीएम कमलनाथ से बात करनी चाहिए थी। उसके बाद कांग्रेस हाइकमान सोनिया गांधी को पत्र लिखना चाहिए था लेकिन शायद उन्हें सीएम कमलनाथ पर भरोसा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि वनमंत्री ने मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाए तो ये उचित नहीं, कमलनाथ ही सरकार चला रहे हैं। सरकार किसी एक की नहीं होती। उन्होंने महाभारत का उदाहरण भी दिया। यही नहीं उमंग सिंगार पर हमला बोलते हुए पीसी शर्मा ने यह तक कह दिया कि सिंघार प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल है। इसलिए ऐसे बयान देकर चर्चा में रहना चाहते हैं।
विरोध करना कब से लोकतंत्र और देश विरोधी हो गया?डॉ. आनंद राय भी उतरे बचाव में...वहीं मध्य प्रदेश के जाने-माने विसलब्लोअर डॉक्टर आनंद राय जिन्होंने व्यापम जैसे बड़े घोटाले को उजागर किया था वह भी अब डिग्रेसिंग के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने आज ट्वीट करते हुए कहा कि मप्र में भाजपा के कुशासन को कुचलने में दिग्विजय सिंह का बड़ा रोल था। उनकी नर्मदा यात्रा के साथ विभिन्न घोटालों के विरुद्ध रणनीति बनाकर एक्टिविस्ट को साथ लेकर सत्ता पर अटैक करने के कारण ही भाजपा को हरा पाए हैं इसलिए उन्हें मंत्रियों से जवाब तलब करने का पूरा हक है।
वहीं इन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से वन मंत्री उमंग सिंगार से सवाल किया कि जामिया भूतिया में अवैध शराब फैक्ट्री कौन चलवा रहा है? पूरे मालवा अंचल से चोरी की गाड़ियां लूट डकैती के सरगनाओं को किसका संरक्षण है? झारखण्ड से बिहार में अवैध शराब के ट्रक कौन पहुंचा रहा है? खरगोन, धार असिस्टेंट कमिश्नर एक्साइज पर किसने दवाब बनाया कि अंशुमन सिंह को डिस्टलरी से शराब उपलब्ध कराओ?