उपचुनाव में लोकसभा चुनाव का फॉर्मूला हुआ लागू तो जदयू-भाजपा को दो-दो सीटें

राज्य में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में एनडीए के भीतर लोकसभा के तर्ज पर सीटों का बटवारा हुआ, तो विधानसभा की पांच सीटों में दो जदयू के खाते में जायेगी. बाकी की तीन सीटों में दो पर भाजपा और एक सीट पर लोजपा के उम्मीदवार होंगे. लोकसभा की एकमात्र सीट लोजपा को दी जायेगी. लोकसभा चुनाव में राज्य के पांच विधायकों को जीत हासिल हुई थी, उनके द्वारा छोड़ी गयी सीटों पर उपचुनाव होना है. इनमें से चार सीटों पर जदयू के विधायक रहे हैं. जबकि, किशनगंज की सीट कांग्रेस के विधायक थे. समस्तीपुर लोकसभा की सीट लोजपा के रामचंद्र पासवान के निधन से खाली हुई है. 
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विधानसभा की पांच सीटों में सीवान जिले के दरौंदा से जदयू विधायक कविता सिंह, बांका के बेलहर से जदयू के गिरिधारी यादव, सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर से जदयू के दिनेश चंद्र यादव, किशनगंज से कांग्रेस के मो जावेद और भागलपुर जिले के नाथनगर से जदयू के अजय मंडल विधायक थे. 
जदयू और भाजपा के नेता इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहें, पर अंदरखाने में राष्ट्रीय स्तर पर मंथन जारी है. हालांकि, जदयू का दावा अपने कोटे की चारों सीटों पर बनता है. पर, पार्टी नेता इस मामले में चुप्पी साध रखे हैं.  सूत्रों के मुताबिक दरौंदा और बेलहर की सीट पर भाजपा की नजर है. जबकि, सिमरी बख्तियारपुर की सीट पर लोजपा सांसद महबूब अली कैसर के बेटे के उम्मीदवारी की चर्चा है. 
हालांकि, किस सीट से किस दल के उम्मीदवार होंगे, इस पर किसी भी दल ने खुल कर अपनी दावेदारी नहीं की है. सभी को चुनाव अायोग की ओर से उपचुनाव की तिथियां घोषित किये जाने का इंतजार है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में एनडीए के तीनों घटक दल जदयू, भाजपा और लोजपा के बीच दो-दो-एक अनुपात में सीटों का बंटवारा हुआ था. इसके तहत जदयू और भाजपा को 17-17 सीटें मिलीं. वहीं, लोजपा को बांकी की छह सीटें दी गयीं.

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