news18

राइजिंग झारखंड के मंच पर सीएम रघुवर दास का ऐलान- 12 सितम्बर को पीएम मोदी करेंगे नई झारखंड विधानसभा का उद्घाटन

रांची में आयोजित न्यूज-18 के खास कार्यक्रम 'राइजिंग झारखंड' (Rising Jharkhand) में मुख्यमंत्री रघुवर दास (CM Raghuvar Das) ने इस बात का ऐलान किया कि 12 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) नई झारखंड विधानसभा (New Jharkhand Vidhansabha) का उद्घाटन करेंगे. यह डबल इंजन की सरकार के चलते ही संभव हो पाया है. सीएम ने कहा कि संथाल परगना का सर्वांगीण विकास करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. 12 सितंबर को पीएम मोदी साहेबगंज बंदरगाह का भी उद्घाटन करेंगे. गंगा नदी के माध्यम से व्यापार के स्रोत को बढ़ाना सरकार का लक्ष्य है. अब झारखंड अन्य राज्यों से जलमार्ग के क्षेत्र में भी जुड़ सकेगा.
लद्दाख में कैसे लहराया भगवा, बौद्ध बहुल क्षेत्र में भाजपा के उभार की कहानी
हाल ही में अपने दिल्ली दौरे के दौरान सीएम रघुवर दास ने पीएम से मिलकर उद्घाटन के लिए अनुरोध किया था. इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए पीएम ने उद्घाटन के लिए अपनी सहमति दे दी थी. इधर, रांची के जगन्नाथपुर इलाके में नई विधानसभा बनकर तैयार हो गया है. 12 सितम्बर को उद्घाटन के बाद इसमें दो दिनों का विशेष सत्र चलेगा. इस दौरान अनुच्छेद 370 हटाने के केन्द्र सरकार के फैसले पर चर्चा हो सकती है.
नई विधानसभा में तीन भाग हैं. इनमें सेंट्रल विंग मुख्य है. इसके दाहिनी ओर ईस्ट विंग में मंत्री, अफसर के कार्यालय हैं, वहीं वेस्ट विंग में नेता प्रतिपक्ष के कार्यालय, कैंटीन, मीडिया गैलरी, कमेटी रूम हैं. सेंट्रल जोन में मुख्यमंत्री, स्पीकर, डिप्टी स्पीकर के कक्ष हैं.

नये भवन में 150 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था 

झारखंड विधानसभा में 81 सदस्य होते हैं, लेकिन भविष्य को देखते हुए नये भवन में 150 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है. मंत्रियों के लिए 12 चेम्बर बनाये गये हैं. विधायकों के लिए अलग लॉबी बनाई गई है. पूरा भवन जी प्लस थ्री है. सेंट्रल हाल में 400 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. जून 2015 में नये भवन का शिलान्यास हुआ था. चार साल से कम समय में यह बनकर हो गया है.
साहेबगंज में मल्टी मॉडल टर्मिनल बनकर तैयार

उधर साहेबगंज में जलमार्ग विकास परियोजना (जेएमवीपी) के तहत मल्टी मॉडल टर्मिनल बनकर तैयार है. इस टर्मिनल का अनुमानित ट्रैफिक वॉल्यूम 2020-21 तक 2.24 मिलियन टन प्रति वर्ष होगा. यहां से मुख्य रूप से स्टोन चिप्स, कोयला, सीमेंट, खाद्यान्न, रासायनिक खाद एवं चीनी की ढुलाई होगी. 2500 से ज्यादा लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

More videos

See All