इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्र्रेस (इंटक) में चल रहे विवाद की सुनवाई दो सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में होगी। सुप्रीम कोर्ट के दो जज संजय किशन कौल एवं केएम जोसेफ की खंडपीठ इसकी सुनवाई करेंगे। सॉलिसिटर जेनरल (एसजी) तुषार मेहता की याचिका पर 16 अगस्त को सुनवाई करने के बाद कोर्ट ने इंटक के संजीवा रेड्डी गुट, चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई गुट एवं केके तिवारी गुट को नोटिस जारी कर दो हफ्ते में जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है। न्यायालय से नोटिस मिलते ही तीनों गुट के लोग जबाव दाखिल करने में जुट गए हैं।
Violence in Kashmir because of Pak-sponsored terrorism: Rahul Gandhiमालूम हो कि इंटक में तीनों गुट अपने-अपने स्तर से दावेदारी पेश कर रहे हैं। यह विवाद लंबे समय से चल रहा है। विवाद के कारण ही इंटक को कोल इंडिया सहित कई कंपनियों में द्विपक्षीय बैठक में रोक लगी हुई है। मामला दिल्ली उच्च न्यायालय समेत अन्य कई कोर्ट में चल रहे हैं। दिल्ली हाईकोर्ट के 16 सिंतबर 2016 के आदेश के कारण इंटक दसवीं जेबीसीसीआइ से बाहर रहे। श्रम मंत्रालय ने देश के सभी द्विपक्षीय एवं त्रिपक्षीय कमेटियों से इंटक को बैठने पर रोक लगा दी है। ताजा मामला डब्ल्यूसीएल में इंटक की यूनियन राष्ट्रीय कोयला खदान मजदूर संघ (इंटक) आरकेकेएमएस से जुड़ा है। कोल इंडिया की इकाई डब्ल्यूसीएल के इंटक से संबद्ध आरकेकेएमएस ने वर्ष 2017 में डब्ल्यूसीएल प्रबंधन द्वारा आइआर (औद्योगिक संबंध) में शामिल नहीं करने पर मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में याचिका संख्या 5320/2017 दाखिल किया। मामले की सुनवाई के बाद आठ मार्च 2019 को कोर्ट ने आरकेकेएमएस के पक्ष में फैसला सुनाते हुए डब्ल्यूसीएल प्रबंधन को आइआर में शामिल करने का आदेश दिया। इसके बाद यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में चला गया। जिसकी याचिका संख्या 119311 / 2019 दायर हुई। जिसकी सुनवाई 16 अगस्त 2019 को हुई। जिस पर तीनों गुट को जबाव दाखिल करने को कहा गया है। जिसकी सुनवाई अगली तिथि में होगी। ददई गुट के महासचिव एनजी अरूण ने कहा कहा कि दो सिंतबर को सुनवाई की तिथि तय की गई है। जबाव तैयार किया जा रहा है।
रेड्डी गुट के सचिव एसक्यू जामा ने कहा कि न्यायालय का पूरा सम्मान करते हैं, दो सिंतबर को सुनवाई की तिथि तय की गई है। कागजात तैयार किया जा रहा है।