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पंजाब का खनन माफिया हाईवे पर नाके लगा कर रहा वसूली, मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग
हिमाचल प्रदेश क्रशर यूनियन ने सरकार से मांग की है कि उन्हें पंजाब खनन माफिया द्वारा की जा रही गुंडा टैक्स वसूली व गुडांगर्दी से निजात दिलाई जाए। नूरपुर, इंदौरा, जवाली व फतेहपुर स्टोन क्रशर यूनियन की बैठक अध्यक्ष जोगिंद्र मोहन शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक के बाद मंगलवार को नूरपुर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि पंजाब का क्रशर माफिया नूरपुर, फतेहपुर, इंदौरा तथा जवाली के वैध रूप से स्थापित स्टोन क्रशरों के कामकाज को बर्बाद करने पर उतारू है। पंजाब के खनन माफिया ने पठानकोट-जालंधर तथा पठानकोट-अमृतसर राजमार्ग पर अवैध नाके लगाकर हिमाचल के स्टोन क्रशरों से निर्माण सामग्री लेकर जा रहे ट्रकों को कई घंटों तक जबरन रोककर धमकाया जा रहा है। साथ ही निर्माण सामग्री का 500 रुपये प्रति सैकड़ा फीट जबरदस्ती वसूला जा रहा है, जबकि इसके बदले किसी भी प्रकार की कोई रसीद भी नही दी जाती।
इसके साथ ही उक्त माफिया ट्रक मालिकों को हिमाचल की बजाय पठानकोट के स्टोन क्रशरों से निर्माण सामग्री उठाने के लिए दबाव बना और धमका रहे हैं। स्टोन क्रशर यूनियन के अध्यक्ष ने कहा जिला नूरपुर के वैध स्टोन क्रशर हिमाचल सरकार को जीएसटी तथा रॉयल्टी देते हैं तथा स्टोन क्रशरों का कानूनी अधिकार है कि क्रशरों की निर्माण सामग्री हिमाचल के बाहर किसी भी राज्य में बिक्री कर सकते हैं। लेकिन पंजाब खनन माफिया हिमाचल के स्टोन क्रशरों में बनी निर्माण सामग्री का बाजार मूल्य का मुकाबला नही कर पा रहा और अवैध नाके लगा कर हिमाचल से आ रहे ट्रकों को जबरदस्ती रोककर गुंडागर्दी कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यूनियन ने पंजाब माफिया द्वारा की जा रही जबरन वसूली की शिकायत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर, भू विज्ञान विभाग से की है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री व उद्योग मंत्री से मांग है कि हिमाचल सरकार जिला के क्रशरों के साथ हो रही धक्केशाही का मुद्दा पंजाब सरकार के साथ गंभीरता से उठाए तथा जल्द से जल्द इस समस्या से निजात दिलाए। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश क्रशर यूनियन ने पंजाब के खनन माफिया के खिलाफ नारेबाजी की।