राज्यपाल ने एडीजी को सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित बनाने की सलाह दी

 जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश घोषित होने के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान की तिलमिलाहट बढ़ रही है। गुलाम कश्मीर में मौजूद आतंकियों को भारतीय सीमा में प्रवेश कराने के लिए जहां आए दिन संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है वहीं कश्मीर में पहले से ही मौजूद आतंकी व राष्ट्र विरोधी तत्व यहां की शांति भंग करने के लिए सेना व आम लोगों को निशाना बना रहे हैं। सीआरपीएफ के एडीजी जुल्फिकार हसन ने मंगलवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात कर उन्हें जम्मू-कश्मीर की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था व आंतरिक सुरक्षा प्रबंधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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एडीजी ने राज्यपाल को बताया कि लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाने और उनमें विश्वास बहाली करने के लिए सीआरपीएफ अहम भूमिका निभा रही है। वहीं राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बनाए रखने में सीआरपीएफ द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करते हुए पड़ोसी देश के मंसूबों को विफल बनाने के लिए सभी मोर्चों पर निगरानी बढ़ाने और हर संभव तरीके से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की सलाह भी दी।
जम्मू कश्मीर महिला एवं बाल अधिकार राज्य आयोग की चेयरपर्सन वसुंधरा पाठक मसूदी ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें आयोग के कामकाज की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयोग महिलाओं और बच्चों को न्याय दिलाने व उनके अधिकारों के हनन के बारे में जागरूक करता है। यही नहीं आयोग के पास आने वाले इससे संबंधित मामलों काे गंभीरता से लिया जाता है और उनका तुरंत निदान किया जाता है। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी आयोग की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए चेयरपर्सन मसूदी से कहा कि राज्य में महिलाओं, बच्चों के अधिकारों का हनन न हो इसका पूरा ध्यान रखें। उन्होंने इस बात को यकीनी बनाने की भी सलाह दी कि जरूरतमंदों को समय पर इंसाफ मिले।

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