प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मोतीलाल वोरा व एजेएल प्रबंधन के खिलाफ सोमवार को पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट में प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट दर्ज कराई है। पिछले माह हुड्डा से पूछताछ के बाद तैयार किए गए दस्तावेज, सेक्टर-6 स्थित एजेएल कंपनी को अलॉट प्लॉट के ऑरिजनल दस्तावेज जमा कराने के लिए ईडी के डिप्टी डायरेक्टर एसके कांतिवाल खुद अपनी टीम के साथ पहुंचे। पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट ईडी कोर्ट भी है। इसलिए ईडी ने जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट जमा कराई। इस पर कोर्ट ने अभी नोटिस जारी नहीं किया है। 16 सिंतबर को कोर्ट में सुनवाई होगी। मामला पंचकूला के सेक्टर-6 में सी-17 प्लॉट काे एजेएल को आवंटित करने में कथित अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से जुड़ा है। एजेएल का नियंत्रण गांधी परिवार सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के हाथ में है। समूह नेशनल हेराल्ड समाचारपत्र चलाता है। ईडी प्लॉट को पहले ही कुर्क कर चुका है, जिसकी कीमत करीब 65 करोड़ रुपए है।
हिसार एयरपाेर्ट से 3 सितंबर काे उड़ेगा पहला विमान, सीएम को चंडीगढ़ ले जाएगारिपोर्ट में एजेएल प्रबंधन का भी जिक्रपूर्व सीएम हुड्डा और मोती लाल वोरा पहले एजेएल और मानेसर लैंड़ मामले में सीबीआई केस ट्रायल फेस कर रहे हैं। ईडी ने अपनी रिपोर्ट में एजेएल प्रबंधन का भी जिक्र किया है। एजेएल मामले में पिछली सुनवाई पर हुड्डा की ओर से कोर्ट में डिस्चार्ज एप्लीकेशन को लगाया गया है। जिस पर स्पेशल सीबीआई कोर्ट में 18 सितंबर को सुनवाई होनी है।
पिछले माह पूर्व सीएम हुड्डा से की गई थी पूछताछईडी के डिप्टी डायरेक्टर एस के कांतिवाल की टीम ने पिछले माह हुड्डा से पूछताछ की थी। इसके बाद जांच रिपोर्ट तैयार की गई है। हुड्डा से एजेएल प्लॉट मामले में प्रिवेंशन आॅफ मनी लाॅन्डरिंग एक्ट के तहत सवाल पूछे गए थे। जिसमें एजेएल प्लॉट की मार्केट वेल्यू, उसे दोबारा से री अलॉटमेंट करने के बारे में सवाल किए गए थे। एजेएल को अलॉट किए गए प्लॉट की मार्केट वेल्यू 64.93 करोड़ रु. थी। लेकिन उसे 59.39 लाख में री अलॉट किया गया था। इस तरह से सरकार को वित्तीय नुकसान पहुंचाया गया था। इन प्वाइंट्स पर रिपोर्ट को सबमिट कराया गया है।