समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था की हालात खराब है. ये प्रदेश हत्या प्रदेश बन चुका है. इंवेस्टर समिट का ढिंढोरा पीटा जा रहा है. बड़े-बड़े उद्योगपति बुलाए गए, लेकिन सब बेकार साबित हुए हैं.
चिदंबरम को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं, CBI हिरासत के खिलाफ याचिका खारिजअर्थव्यवस्था की हालत पर अखिलेश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का टका हमारे रुपये से ज्यादा मजबूत हो चुका है. पड़ोसी बांग्लादेश की व्यवस्था हमसे बेहतर हो रही है. हमारी अर्थव्यवस्था की हालत खराब है. लोकतंत्र की परिभाषा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और आयकर विभाग में ढूंढी जा रही है.
मायावती के साथ गठबंधन पर अखिलेश यादव ने कहा कि जिन्होंने हमारे गठबंधन को सहयोग किया, उन्हें बहुत धन्यवाद क्योंकि गठबंधन को सहयोग के बिना हमें सफल नहीं होते. सपा-बसपा के जिन साथियों ने चुनाव में मदद की थी, उन्हें धन्यवाद देता हूं. जब हमने अमीर लोगों पर टैक्स की बात की थी. तब क्या कहा गया था. अब सरकार वही कर रही है तो लोग चुप हैं.
गठबंधन के आसारबहरहाल, उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 13 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) नया साझेदार ढूंढ रही है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की अखिलेश यादव से मुलाकात को सपा-सुभासपा में गठबंधन के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.
यूपी में अभी तक हुए उपचुनाव में सपा को छोटे दलों के गठबंधन से काफी फायदा मिला है. साल 2018 में मुख्यमंत्री योगी और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या द्वारा खाली की गई क्रमश: गोरखपुर और फूलपुर सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. इन सीटों पर सपा को जीत मिली थी.
भाजपा और प्रदेश सरकार के खिलाफ लगातार बयान देने वाले ओमप्रकाश राजभर को लोकसभा चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था. उत्तर प्रदेश में 13 विधानसभा सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले ओमप्रकाश राजभर और अखिलेश यादव के बीच लंबी वार्ता के बाद कयास लगाया जा रहा है कि दोनों पार्टी उपचुनाव में गठबंधन कर सकती हैं.