भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के निधन के बाद भाजपा संसदीय बोर्ड में 3 सदस्यों का स्थान खाली हो गया है. संसदीय बोर्ड में फिलहाल एक भी महिला सदस्य नहीं है. इसलिए बहुत ही जल्दी कम से कम एक महिला सदस्य को प्रमोट कर संसदीय बोर्ड में शामिल किया जा सकता है. जिन महिला सदस्यों को बोर्ड में शामिल करने की चर्चा है उनमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी प्रमुख नाम हैं.
भाजपा संसदीय बोर्ड में अमूमन 11 सदस्य होते हैं. इस वक्त भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, थावरचंद गहलोत, शिवराज सिंह चौहान और बी.एल. संतोष को मिलाकर कुल 8 सदस्य ही संसदीय बोर्ड में बचे हैं.
यह भी पढ़ें: सवर्ण करें दलित-पिछड़ों के महापुरुषों का सम्मान वरना बढ़ेंगी दूरियांभाजपा सूत्रों का कहना है कि चूंकि बोर्ड में कोई भी महिला सदस्य नहीं है इसलिए प्राथमिकता एक महिला सदस्य को बोर्ड में शामिल करना है. चूंकि संसदीय बोर्ड पार्टी की सर्वोच्च निर्णायक इकाई होती है इसलिए इसका सदस्य होना पार्टी में कद्दावर होने का परिचायक है. पार्टी के एक नेता का कहना है कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया भी इस पद की दावेदार मानी जा रही हैं क्योंकि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसके सदस्य हैं.
लेकिन माना यह जा रहा है कि वसुंधरा राजे सिंधिया को शामिल किया जाए इसकी उम्मीद कम है क्योंकि सियासी लिहाज से उनका अड़ियल रवैया संगठन को सूट नहीं करता है.
यदि स्मृति या निर्मला में से कोई भी बोर्ड में शामिल होता है तो वह पार्टी की महिला सदस्यों में सबसे ताकतवर होने का रुतबा हासिल कर सकती हैं. एक महिला के अलावा जिन दो सदस्यों को शामिल कियाा जाना है उनमें भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं.