अयोध्या विवाद पर सुनवाई का नौवां दिन, आज भी रामलला के वकील रखेंगे दलील

रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का आज नौवां दिन है. 6 अगस्त से सर्वोच्च अदालत इस मामले की रोजाना सुनवाई कर रही है, जिसके तहत हफ्ते में पांच दिन मामला सुना जा रहा है. मंगलवार को रामलला विराजमान के वकील सीएस. वैद्यनाथन ने अदालत में अपनी दलीलें रखीं और ASI की रिपोर्ट समेत कुछ साक्ष्य अदालत के सामने पेश किए. बुधवार को भी वह ही अपनी दलीलें आगे बढ़ाएंगे.
‘..मंदिर तोड़ कर बनाई गई थी मस्जिद’
मंगलवार को रामलला के वकील की तरफ से दावा किया गया था कि मस्जिद को बनाने के लिए मंदिर तोड़ा गया था. उन्होंने ASI रिपोर्ट का हवाला देते हुए वहां मिले शिलालेख में मगरमच्छ, कछुओं के चित्रों का भी जिक्र किया और कहा कि इनका मुस्लिम कल्चर से मतलब नहीं था. इतना ही नहीं उन्होंने दावा किया कि बाबरी मस्जिद विध्वंस के दौरान जो स्लैब वहां से निकलीं उनपर संस्कृत में संदेश लिखा हुआ था.
वकील ने अदालत में इस दौरान पाञ्चजन्य के रिपोर्टर की रिपोर्ट का जिक्र किया, कुछ तस्वीरें अदालत में दिखाई और ASI की रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया.
अदालत में जारी है सवाल-जवाब का सिलसिला
एक तरफ रामलला विराजमान के वकील लगातार रिपोर्ट, पुराणों का जिक्र कर रहे हैं तो वहीं जज भी कई तरह के सवाल पूछ रहे हैं. जैसे कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से पूछा गया था कि इस बात का क्या सबूत है कि बाबर ने ही मंदिर तुड़वाने का आदेश दिया था, या मंदिर तोड़कर ही मस्जिद बनाई गई थी.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पहले मध्यस्थता का रास्ता अपनाने को कहा था, लेकिन मध्यस्थता से कोई हल नहीं निकला. इसी वजह से अब अदालत इस मामले पर रोजाना सुनवाई कर रही है.
इस विवाद की सुनवाई मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संवैधानिक पीठ कर रही है. इसमें जस्टिस एस. ए. बोबडे, जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस. ए. नजीर भी शामिल हैं.

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