प्रदेश में लगातार बढ़ रहे जघन्य किस्म के अपराधों (Heinous crime ) पर अंकुश लगाने के लिए अब अलग से उच्चाधिकारियों (High officials) की निगरानी सेल (monitoring unit) का गठन किया जाएगा. ये सेल न केवल इन अपराधों की सतर्कता से जांच करवाएगी, बल्कि कोर्ट (court) में प्रभावी पैरवी तक पूरी निगरानी करेगी. इसमें पुलिस के विभिन्न स्तर के उच्चाधिकारी शामिल होंगे.
एडीजी क्राइम के सुपरविजन में होगा गठनसीएम अशोक गहलोत ने जघन्य अपराधों की मॉनिटरिंग के लिए एडीजी क्राइम के सुपरविजन में मॉनिटरिंग यूनिट के गठन का फैसला किया है. यह यूनिट गंभीर अपराधों की त्वरित जांच से लेकर कोर्ट में प्रभावी पैरवी तक की मॉनिटरिंग करेगी. मॉनिटरिंग यूनिट का प्रभारी आईजी स्तर का पुलिस अफसर होगा. इसमें एक डीआईजी, दो एसपी रैंक के पुलिस अफसर और दो विधि अधिकारी होंगे। साथ ही हर रेंज से एक डीएसपी इसमें शामिल होगा.
तीन राज्यों में चुनाव से ठीक पहले मोहन भागवत ने फिर फोड़ा आरक्षण बमबीजेपी सरकार पर जांच में लापरवाही का आरोपसीएम अशोक गहलोत ने पहलू खान मामले में बीजेपी सरकार पर जांच में लापरवाही का आरोप लगाया है. रविवार को सीएम गहलोत ने कहा कि पहलू खान मामले की जांच में बीजेपी सरकार ने लापरवाही बरती. उसकी वजह से आरोपियों को संदेह का लाभ मिला. पहलू खान मामले में जो भी अफसर जांच में लापरवाही के लिए जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ करवाई होगी. लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई एसआईटी जांच के बाद होगी.