गेहलौर महोत्सव : मंत्री ने कहा, गेहलौर में कर्म व कृति की होती है पूजा

 बिहार सांस्कृतिक विरासत की राजधानी रही है. बौद्ध धर्म के अनुनायी को बोधगया,  जैन धर्म के लोगों को पावापुरी, अकलियतों को मनेर शरीफ जाकर ज्ञान की  प्राप्ति होती है. पूरे विश्व को गया में मोक्ष प्राप्त होता है.  वहीं कर्म  और कृति की पूजा गेहलौर में होती है. उक्त बातें पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने गेहलौर  में शनिवार को दशरथ मांझी महोत्सव (गेहलौर महोत्सव) के उद्घाटन के मौके पर  कहीं. कार्यक्रम का उद्घाटन पर्यटन मंत्री प्रमोद  कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम  मांझी ने संयुक्त रूप से किया.
वहीं, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बाबा दशरथ मांझी के व्यक्तित्व  और कर्म का अनुसरण कर समाज में अच्छाई लाकर वंचित और दबे-कुचले लोगों में  गैर बराबरी को दूर किया जा सकता है. कार्यक्रम में कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार कृषि रोड मैप  के माध्यम से किसानों की आमदनी बढ़ाने का प्रयास कर रही है. महोत्सव में 12  वर्षीय लावण्य राज ने प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया.

More videos

See All