स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले भारत ने दिखाई अपनी ताकत, शुरू हुआ होविट्सर्ज के A2 एडवांस वर्जन का परीक्षण

भारत के स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले ( India Independence Day ) पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज ( pokaran field fairing range ) में करीब डेढ़ वर्ष बाद पुन: हॉविट्सर्ज के धमाकों की गूंज सुनाई देने लगी है। यहां एम 777 अल्ट्रा लाइट हॉविट्सर्ज तोप ( Howitzer M777 ) के ए 2 एडवांस वर्जन का परीक्षण बुधवार से शुरू हुआ है। गौरतलब है कि हॉविट्सर्ज तोपों का वर्ष 2009—2010 में परीक्षण हो चुका है। इससे पहले 15 सितंबर 2018 को पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में हॉवित्जर तोप K9 VAJRA-T ने सफलतापूर्वक लक्ष्यों को भेदा था। बताया जाता है कि इस तोप की फायर करने की क्षमता 40 से 50 किमी है। सैन्य सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को वज्र गन से 6 राउंड सफलता पूर्वक फायर किए गए। परीक्षण के मौके पर सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गन को विक्षित करने वाले एलएनटी के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। देश में निर्मित ( Made In India ) हॉवित्जर तोप के-9 वज्र-टी की लम्बी दूरी तक मार करने की क्षमता का परीक्षण किया। पिछले परीक्षण के बाद के -9 वज्र-टी में 13 सुधार किए गए हैं।

370 पर लालकिले से मोदी- न समस्याएं पालते हैं, न टालते हैं

वज्र को मेक इन इंडिया प्रोग्राम ( make in india Program ) के तहत लार्सन एंड टूब्रो ने बनाया है। लार्सन एंड टूब्रो ने दक्षिण कोरिया की कंपनी टेकविन के साथ मिलकर तोप का निर्माण किया है। तोप बनाने के लिए 50 प्रतिशत सामग्री देश में ही निर्मित की गई है। सेना ने के-9 वज्र-टी ( K9 Vajra T howitzer ) तोप के पिछले परीक्षण के दौरान कुछ सुधार करने को कहा था। सुधार के बाद एडवांस्ड तोप का पोखरण फायरिंग रेंज में सेना ने एक बार फिर से परीक्षण किया। तोप खास तौर पर रेगिस्तान की परिस्थियों को ध्यान में रखकर विकसित की गई है। गौरतलब है कि इसी साल 19 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) ने सूरत के हजीरा में लार्सन एंड टूब्रो (एल एंड टी) की होवित्जर तोप निर्माण इकाई का उद्घाटन किया। इसके बाद पीएम ने खुद के9 वज्र होवित्जर टैंक की सवारी की और जायजा लिया। मेक इन इंडिया के तहत बने इस टैंक से भारतीय थल सेना ( Indian Army ) की ताकत कई गुना बढ़ने वाली है।

More videos

See All