कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान में बड़ी बेचैनी देखी जा रही है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने लद्दाख के करीब स्थित अपने ठिकानों पर लड़ाकू उपकरण ले जाना शुरू कर दिया है.
‘सरकारी सूत्रों का हवाला देते हुए समाचार एजेंसी एएनआई ने लिखा है ‘पाकिस्तानी वायु सेना ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के करीब तीन सी -130 परिवहन विमानों का उपयोग युद्ध से जुड़े सामानों की खेप स्कार्दू हवाई अड्डे पर पहुंचाते हुए देखा गया है. पाकिस्तानी सीमावर्ती क्षेत्रों पर भारतीय एजेंसियों ने पैनी नजर बना रखी है और पाकिस्तान की हर गतिविधी पर उनकी नजर बनी हुई है. सूत्रों मुताबिक, ‘ पाकिस्तानी एयरबेस के आगे के ऑपरेटिंग बेस पर ले जाने वाले उपकरण लड़ाकू विमान संचालन के लिए सहायक उपकरण भी हो सकते हैं.
'मोदी-शाह ने जम्मू-कश्मीर को फिलिस्तीन बना दिया'उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानियों ने अपने जेएफ-17 लड़ाकू विमानों को स्कार्दू हवाई क्षेत्र में तैनात कर रहा है.’
भारतीय खुफिया एजेंसियां के साथ वायु सेना और सेना पाकिस्तानी वायु सेना की आवाजाही पर कड़ी नजर बना रखी है. क्योंकि वे पाकिस्तान की लगभग पूरी लंबाई और चौड़ाई देख सकते हैं.
पाकिस्तानी लंबे समय पहले अमेरिकियों द्वारा आपूर्ति किए गए सी-130 परिवहन विमान का उपयोग लंबे समय से करते आ रहे हैं. पाक के एक सैन्य शासक रहे जनरल जिया उल हक को भी इसी परिवहन विमान में अगस्त 1988 में बम विस्फोट कर मार गिराया गया था.
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान वायु सेना अपनी वायु सेना और सेना के साथ कुछ योजना बना है. और अपने विमानों को आगे के बेस तक पहुंचा रही है और शायद यह भी उसका यह कदम भी इसका ही एक हिस्सा हो.
स्कर्दू पाकिस्तान वायु सेना के आगे का हिस्सा है जो भारत से हो रही किसी भी गितिविधी पर अपनी सेना की मदद करती है.
पाकिस्तान भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने और जम्मू-कश्मीर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के भारत के फैसले से एक बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है.