शोपियां के बाद अनंतनाग की सड़कों पर दिखे एनएसए अजीत डोभाल, लोगों से की बातचीत

आर्टिकल 370 हटाने के ऐलान के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल लगातार जम्मू-कश्मीर में कैंप किए हुए हैं। उन्होंने शोपियां के बाद आज अनंतनाग का दौरा किया। वह इलाके का माहौल भांपने के लिए सड़क पर उतरे। उनकी मुलाकात बकरीद के लिए भेंड़ें बेचने आए चरवाहों से हो गई। डोभाल ने चरवाहे से कुछ देर तक बात की। इससे दो दिन पहले डोभाल को शोपियां की सड़कों पर आम लोगों से बातचीत की और उनके साथ खाना भी खाया। 
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जम्मू-कश्मीर में शांति कायम रखने के लिए केंद्र सरकार के सारे तंत्र सुपर ऐक्टिव हैं। शांति सुनिश्चित रखने की दिशा में केंद्र की सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एनएसए अजीत डोभाल वह लगातार आतंकवाद प्रभावित इलाकों में जाकर आम लोगों से मिल रहे हैं और उन्हें बेहतर भविष्य का आश्वासन दे रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने आज अनंतनाग का दौरा किया। अनंतनाग, जम्मू और कश्मीर के बाद जम्मू-कश्मीर का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। 
Kashmir में 70 सालों के दौरान ऐसे बदली लाइन ऑफ कंट्रोल
दरअसल, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में उग्र प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर केंद्र सरकार बिल्कुल सधे कदम से आगे बढ़ रही है। 4 अगस्त की रात घोषित निषेधाज्ञा में थोड़ी-थोड़ी ढील दी जा रही है। हालांकि, आतंकवाद प्रभावित जिलों में अब भी फूंक-फूंक कर कदम उठाए जा रहे हैं। शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच लोगों ने जुमे की नवाज पढ़ी। वहीं, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, सज्जाद लोन जैसे बड़े नेताओं को अब भी नजरबंद रखा गया है। 

सरकार कर्फ्यू पूरी तरह हटाने और नेताओं नजरबंदी खत्म करने से पहले घाटी में सामान्य हालात की गारंटी कर लेना चाहती है। इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर की जेलों में बंद 70 आतंकवादियों को आगरा जेल शिफ्ट किया जा चुका है और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नए-नए इलाकों का दौरा कर जनता का मूड भांप रहे हैं और केंद्र सरकार में उनका भरोसा बढ़ाने की जीत-तोड़ कोशिश कर रहे हैं। 

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