सुबोधकांत सहाय हो सकते हैं झारखंड कांग्रेस अध्‍यक्ष, कालीचरण भी रेस में

बीते दिन दिल्‍ली में हुई झारखंड कांग्रेस की पंचायत में विधानसभा चुनाव नजदीक होने और इस दौरान अध्‍यक्ष के बदले जाने पर मतदाताओं में गलत संदेश जाने का हवाला दिया गया था, इससे इतर शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष डॉ अजय कुमार ने अपना इस्‍तीफा दे दिया है। अब विधानसभा चुनाव में नए प्रदेश अध्यक्ष के साथ जाने की पूरी तैयारी कर चुकी कांग्रेस अगले-एक दो दिनों में नए नेता का एलान कर सकती है।
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नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कुछ नाम सामने आ रहे हैं, उनमें सुबोधकांत सहाय का नाम सबसे आगे है। इसके अलावा खूंटी चुनाव में सबको चौंकानेवाले कालीचरण मुंडा का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए चल रहा है। कालीचरण मुंडा पिछला लोकसभा चुनाव लहर के बावजूद महज एक हजार के करीब मतों से हारे थे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को कांटे की टक्कर दी थी।
कहा जा रहा है कि नए प्रदेश अध्‍यक्ष की तलाश पहले से ही जारी थी और यही कारण है कि डॉ. अजय कुमार ने अपना इस्तीफा पार्टी आलाकमान को भेज दिया।  हालांकि, इसके पूर्व मौखिक तौर पर उन्होंने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद इस्तीफा तो दिया था, लेकिन पहली बार लिखित तौर पर इस्तीफा पार्टी आलाकमान को भेजा है।
मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही : सुबोधकांत
इधर कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष के रेस में आगे चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि मैं कांग्रेस का एक अनुशासित सिपाही हूं और पार्टी के निर्देश पर हमेशा से काम करता रहा हूं। वक्त है कि हम आगामी विधानसभा चुनाव में कैसे बेहतर प्रदर्शन करें, इस पर ध्यान दें। डॉ अजय कुमार की ओर से उन पर लगाए गए अारोपों पर उन्‍होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा आहूत बैठक में यह निर्देश दिया गया था कि मीडिया में किसी भी प्रकार की बयानबाजी से बचा जाए इसलिए अभी डॉ. अजय के द्वारा लगाए गए इल्जाम पर बयान देने का वक्त नहीं है। उनके द्वारा लगाए गए आरोप पर वक्त आने पर जवाब दिया जाएगा।

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